मंगलवार, अप्रैल 27, 2010

आजा सामरिया ताल से ताल मिला

आपको एक सांची बात बतात हैं.छेदा की एक भोत खराब आदत है एक नम्बर को चाटू हे. ओ जब ते जे कनफ़ोरा मुबाल चलि भै..सारो खुपङिया चाट के रक्खि देत..अब वा दिन की बात बताये अच्छे खासे बैठे चा को मजा ले रये थे सुपङ सुपङ ओ जाने हमाय कनफ़ोरा पे टुरन टुरन चालू कर दयी हमने कही आज जाय हमऊ चाटे आप जरा
गौर दियो जाने कनफ़ोरा बजाओ पक्क ते हमनेऊ हरे रंग को बटन दवाय दयो इत्तो हम ऊ जान्त कि ज बटन दवा के कान ते लगा लेओ तो उते की अवाज इते सुनाई देत है इते की अवाज उते सुनाई देत है कि नाय जि हमें आज तक पता इ न चली हमें का करिवें बस्स हमें तो सुनाई पर रई है छेदा बोलो.का कर रओ थो .
हम तो चाटन के मूड में बोले .कलुईया अरे यार माधुरी यार तुमाई भउजी घरे नाय करिवे को सवाल ई नाय .
अजीव बात करत हो हमने भउजी की कहा बात करी
हमने कही .ओरे सिर्री कछु करे तो तबई होई जब बा होई
अरे पगलटू छेदा बोलो करिवे को भउजी से कहा मतबल
हम ऊ मजा में थे काये छेदा तू बिना भउजी के कर लेत है
अब सुनो बिना बात की बात का होत है बोलो करिवे को कहा जरूरी भौजी होय हमने कई बात तो सांची पर दूसरी तो होय बोलो हमायी समझ में नाही आवत करिवे को पहली दुसरी कहा लायी हम तुमायी कसम पूरे मजा में ..आज जाय चाटयें . हमने कही तो का कोई नओ आविष्कार कर लओ बोलो हद्द करत है जो काम तो सब जानत है जामें आविष्कार की कहा बात है
अब आप देखो हम पूरे मजा में ओ छेदा समझ न पाये हमने कही हम तो बाके बिना कछू ना कर पात हमायी जेही समझ में ना आत कहा करे कहा ना करे
बोलो कहा पागल है चारो तरफ़ देख ओ जहां ठीक लगे शुरु होय जा
हमने कही जाने तुम कहा कह रहे हो हमें तो बङी शरम लगत है
बोले शरम तो हमऊ लगत है पर ब सारी सरेज सबके सामने करवा लेत है मानत ई नांय
अब देखो बात कछू नाय पर मजा पूरो हमने कही धन्य हो यार यार तुम ..सबके सामने कर लेत हमें अकेले मेंऊ
मुश्किल परत है
बोले ब तो ठीक है शुरू शुरू में शरम लगत है फ़िर आदत पर जात है
आप देखो क्या मजे की बात थी
हमने कही न्यारी तुमायी आदत है जो पर जात है हियां तो अकेले मेंऊ आदत नाय परी .
अब छेदा कुसकुसाओ .काये सही बतईओ कवहू ना करत है .
हम मन ही मन हस के बोले ब करवात ई ना तो करे कैसे
बोले यार हमायी तो सबेरे संजा दोऊ टाम करवावत है .
हमने कही तबही कछु कमजोरी सी आय गयी .
बोलो ठीक कहत हो मेहनत जादे पर जात है .
हमने कही तो इत्तो करत क्यों हो .
बोले का करें ब मानत ई नांय .
हमने कही हमायी तो मान जात है .
बोले तुमायी मान जात होये हमायी तो सवेरे से करवान लगत है .
हमने कही रात में सोय लेत हो कि नांय .
अब छेदा भङको . बोलो सोयवे से जाको कहा मतबल .
हमने कही हम कहा जाने का मतबल. हम तो जो अबे तक कह रये थे वाऊ को मतबल नांय जानत .
बोलो तो फ़िर काय को खाम खां बोंय बोंय कर रओ
हमने कही हम तो यार सुर में सुर मिलाय रहे थे कसम से हमें नहीं मालूम तुम काय के बारे में बात करत हो .
छेदा के मोंह से निकर गयी . चौका बासन रोटी झाङू पोंछा चा पानी की बात कर रहे थे और तुम कहा समझ रहे थे .
हमने कही हम तो कछु ना समझ रहे थे बस सुर में ताल मिला रहे थे .

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